Aap ke bhitar hi toh hai jagat ka palan karta fir kyo bhatak te hai dar badar ......
मेरी दाती रखीं मैनूं चर्णा दे कोल । मेरी दाती तेरे जया कोई न होर। सब थां ठोकरां खा मैं आया । किसे नहीं दाती मैनूं अपनाया।
मिली न किधरे वी ठौर-मेरी मैय्या..
सब दे दिलां दी मां तू जाने।
मन लत आये तेरे दर आशा पुजानेबनी क्यों मात कठोर-मेरी मैय्या......
जगत दी वाली तू मां अम्बे ।सब ते कृपा कर जगदम्बे ।
औगन न साडे टटोल मेरी मैय्या..... मन मन्दिर मां जोत है तेरी । स्वास स्वास जपे जगदम्बे मेरी ।
मंझधार विच न छोड़-मेरी मैय्या......
मोह ममता दल दल विच फसया ।
कर्म कोई 'चमन' कर न सकया। पई मां अज तेरी लोड़-मेरी मैय्या...
चमन नादान मैय्या दर तेरे आया। सब कुछ छड मोह तेरे नाल पाया। खाली न दर तों मोड़-मेरी मैय्या.....
https://docs.google.com/forms/d/e/1FAIpQLSfdAr4G1sPv_xd-73cNSDrAURpZRiJefX0HjdQsJJ1_WbFeGg/viewform?usp=sf_link
ReplyDeleteADBHUUT
ReplyDelete