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Aaj ka subhvichar

Aap ke bhitar hi toh hai jagat ka palan karta fir kyo bhatak te hai  dar badar ......

.. The use of various mantras of Shrimad Bhagavat ..

For crisis relief:
Krishna Vaasudeva Hariya Paramatmaan
Pranat Chalachshay Govindai Namo Namah
For attaining Lakshmi:
Early introduction Nandasraj: Sarvumdhadiman
Hirenithamatuna: RamaKaDaDambhutripa ..
To Get Ahead:
Kalyayani Mahamaya Mahayogyayatishwari
Nandgopaschatu goddess husband in me
For attaining the state:
Mother Sharde Namthitha Kashmirpurwasini
Daily Prayer routine education in Dnyanesh Desi ..
For universal gain:
Vijayamabhukta King Shravastadbhiyati Yan ..
Burli Tasma Harantyge Rajan: Purna Radha.
For God's sake:
Hanam Raman Prabhaspati Kawasi-Quasi Mahabhuja
Dasayasana can be seen in Kripana, Saitritham ..

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हिंदू धर्म के अनुसार कलियुग का अंत

 कैलाश पर्वत के चारों ओर घूमा, जो वास्तव में भगवान के वास का स्थान माना जाता है, और अंततः मानवता की बुराईयों और अज्ञानता से लड़ते हुए, धर्म और सच्चाई की विजय की प्रतीक्षा करना चाहिए। यदि आप हिंदू धर्म के अनुसार कलियुग के अंत के विषय पर गहराई से जानना चाहते हैं, तो यहाँ एक विस्तृत जानकारी दी जा रही है, मैं आपको मुख्य बिंदुओं पर प्रकाश डालने की कोशिश करूंगा, जिससे आप इस विषय पर एक व्यापक दृष्टिकोण प्राप्त कर सकें।  हिंदू धर्म के अनुसार कलियुग का अंत 1. **कलियुग की परिभाषा और विशेषताएँ**    - **कलियुग**: हिंदू धर्म के अनुसार, कलियुग चार युगों (सतयुग, त्रेतायुग, द्वापरयुग, और कलियुग) में से अंतिम युग है। यह युग पतन, अज्ञानता, और पाप का युग माना जाता है। इस युग में धर्म की कमी होती है और मनुष्य के आचरण में गिरावट आती है।    - **विशेषताएँ**: कलियुग में झूठ, अहंकार, और हिंसा की प्रधानता होती है। मानवता की नैतिकता और धर्म में कमी आती है, और यह युग अधिकतम सामाजिक और आध्यात्मिक समस्याओं से भरा हुआ होता है।  2. **कैल्युग का अंत: धार्मिक मान्यताएँ**    -...

हिंदू धर्म में दिन की महत्वपूर्णता:

### हिंदू धर्म में दिन की महत्वपूर्णता: हिंदू धर्म में प्रत्येक दिन और तिथि की धार्मिक, सांस्कृतिक और आध्यात्मिक महत्वता होती है। यह महत्व बहुत सारे तत्वों पर निर्भर करता है, जैसे त्योहार, व्रत, ग्रहों की स्थिति, और धार्मिक मान्यताएँ। यहाँ पर एक विस्तृत जानकारी दी जा रही है: #### 1. **हिंदू कैलेंडर और तिथियाँ**:    - **पंचांग**: हिंदू कैलेंडर को पंचांग कहा जाता है, जिसमें तिथियाँ, नक्षत्र, वार, और योगों की गणना की जाती है। पंचांग के अनुसार, प्रत्येक दिन की एक विशेष स्थिति होती है, जो विभिन्न धार्मिक क्रियाओं और कर्मकांडों को प्रभावित करती है।    - **तिथियाँ**: हिंदू पंचांग में तिथियाँ जैसे अमावस्या, पूर्णिमा, एकादशी, द्वादशी आदि का महत्व होता है। प्रत्येक तिथि की पूजा विधि और धार्मिक महत्व होता है। #### 2. **त्योहार और पर्व**:    - **गणेश चतुर्थी**: भगवान गणेश की पूजा का पर्व, जो गणेश चतुर्थी को मनाया जाता है, हिंदू धर्म में अत्यंत महत्वपूर्ण है। इस दिन भगवान गणेश की मूर्तियों की स्थापना की जाती है और उनके साथ पूजा अर्चना की जाती है।    - **दीवाली...

History of Rameshar Mandir: A Comprehensive Overview

Rameshar Mandir, a prominent Hindu temple situated in Rameswaram, Tamil Nadu, holds a revered place in the annals of Indian religious and historical heritage. Dedicated to Lord Shiva, the temple's significance extends beyond mere architectural beauty, embodying deep-rooted mythological, historical, and cultural importance. This detailed exploration seeks to unravel the historical narrative surrounding Rameshar Mandir, from its ancient origins to its modern-day relevance. Origins and Mythological Significance The history of Rameshar Mandir is intrinsically linked with Hindu mythology, particularly the epic Ramayana. According to legend, the temple's origins trace back to the time of Lord Rama, a major deity in Hinduism and the protagonist of the Ramayana. The story narrates how, after the construction of the bridge (Rama's Bridge or Adam's Bridge) to Lanka, Lord Rama sought Lord Shiva's blessings for success in his battle against Ravana, the demon king. To appease Sh...